जल मंदिर
एक विशाल सरोवर के मध्य में एक भव्य जल मंदिर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिये पुल है। सरोवर के मध्य चबूतरे पर एक पक्का कुआँ बना हुआ है। मंदिर के मूलनायक भगवान महावीर की श्वेत वर्ण की पद्मासन प्रतिमा है| समवसरण में 4 पाषाण (Stone) की और 9 धातु की मूर्तियाँ हैं एक विशाल ऊ तुंग मानस्तंभ सरोवर के मध्य पूरी शान से खड़ा है जो तीर्थ की शोभा में वृद्धि करता है।इस मानस्तंभ में भगवान पारस नाथ स्वामी 10 पूर्व जन्मों का विवरण से अंकित किया गया है।इसकी पृष्ठ भूमि में समवसरण मंदिर एवम् पर्वत स्थित सभी जिनालयों के दर्शन होते हैं।